कुलवंत सिंह विर्क वाक्य
उच्चारण: [ kulevnet sinh virek ]
उदाहरण वाक्य
मोबाइल
- कुलदीप नैय्यर और कुलवंत सिंह विर्क के साथ रहे।
- वैसे मैं पंजाबी के कुलवंत सिंह विर्क को खूब पढ़ता हूँ।
- कुलवंत सिंह विर्क की चुनिंदा कहानियाँ (संपादन-जसवंत सिंह विरदी), हिंदी अनुवाद: सुभाष नीरव
- कुलवंत सिंह विर्क की चुनिंदा कहानियाँ, संपादक-जसवंत सिंह विरदी, अनुवादक: सुभाष नीरव
- पंजाबी की अग्रज कथा पीढ़ी में कुलवंत सिंह विर्क का नाम बड़े आदर से लिया जाता है।
- कुलवंत सिंह विर्क (२० मई १९२१-२४ दिसम्बर १९८७) समकालीन पंजाबी साहित्य के एक अग्रणी लेखक हैं।
- पंजाबी कहानी: आज तक ' के अन्तर्गत पंजाबी के इसी प्रख्यात लेखक यानि कुलवंत सिंह विर्क चर्चित कहानी ‘
- कुलवंत सिंह विर्क जन्म: 20 मई 1920, निधन 24 दिसम्बर 1987 पंजाबी की प्रथम कथापीढ़ी के एक सशक्त लेखक।
- फिर जब मुझे ' मुक्ति ' पर पंजाब साहित्य अकादमी ने सम्मान दिया तो उसके पीछे कुलवंत सिंह विर्क और संत सिंह सेखों का हाथ था।
- कवियों में सबसे प्रसिद्ध मोहन सिंह माहिर और शिव कुमार बटालवी थे; उपन्यासकारों में जसंवतसिंह कंवल, गुरदयाल सिंह और सोहन सिंह शीतल उल्लेखनीय हैं; कुलवंत सिंह विर्क एक विख्यात लेखक हैं।
- इस मौके पर वंडरलैंड के एमडी कुलवंत सिंह विर्क ने कहा कि आने वाले समय में भी लोगों को एंटरटेन करने के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहेगा।
- संत सिंह सेखों, सुजान सिंह, दुग्गल, संतोख सिंह धीर, महिन्दर सिंह सरना, कुलवंत सिंह विर्क लेखक पंजाबी कहानी को विश्व स्तर की कहानी तक पहुँचाने में कामयाब रहे।
- कवियों में सबसे प्रसिद्ध मोहन सिंह माहिर और शिव कुमार बटालवी थे ; उपन्यासकारों में जसंवतसिंह कंवल, गुरदयाल सिंह और सोहन सिंह शीतल उल्लेखनीय हैं ; कुलवंत सिंह विर्क एक विख्यात लेखक हैं।
- ' पंजाबी की चर्चित लघु कथाएँ ', ' कथा पंजाब ', ' कुलवंत सिंह विर्क की चुनिंदा कहानियाँ ', ' तुम नहीं समझ सकते ' (जिंदर का कहानी संग्रह) इनके द्वारा अनूदित अन्य महत्वपूर्ण पुस्तकें हैं।
- अपनी बात को बेहद खूबसूरत ढंग से एक कलात्मक स्पर्श देते हुए कहने का अंदाज कुलवंत सिंह विर्क को बखूबी आता था, इसलिए उनकी कहानियों के पंजाबी में ही नहीं, हिंदी में भी बहुत से प्रशंसक आज भी मौजूद हैं।
- अनुवाद: काला दौर, पंजाबी की चर्चित लघुकथाएँ, कथा पंजाब-2, कुलवंत सिंह विर्क की चुनिंदा कहानियाँ, तुम नहीं समझ सकते, जख्म, दर्द और पाप, छांग्या रुक्ख, पाए से बँधा हुआ काल, रेत, साउथाल, शिकारगाह, धृतराष्ट्र सहित लगभग 18 किताबों का पंजाबी से हिंदी में अनुवाद
- भारत-पाक विभाजन पर आधारित जिन कहानियों ने मुझे बेहद प्रभावित किया और जिनका मैंने हिन्दी में अनुवाद किया, वे इस प्रकार हैं:-महिन्दर सिंह सरना की कहानी “छवियाँ दी रुत”, कुलवंत सिंह विर्क की कहानी “खब्बल”, गुरदेव सिंह रुपाणा की कहानी “शीशा”, मोहन भंडारी की कहानी “पाड़”।
- अब तक पंजाबी से हिंदी में अनूदित दस पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं जिनमें काला दौर, पंजाबी की चर्चित लघुकथाएं, कथा पंजाब-2, कुलवंत सिंह विर्क की चुनिंदा कहानियाँ, तुम नहीं समझ सकते (जिन्दर का कहानी संग्रह), पंजाबी के दलित युवा कवि व लेखक बलबीर माधोपुरी की आत्मकथा छांग्या रुक्ख आदि प्रमुख हैं।
- इसके अतिरिक्त पंज़ाबी की लगभग डेढ़ दर्जन पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद प्रकाशित हुआ है जिनमें “ काला दौर ”, “ कथा पंजाब-2 ”, “ कुलवंत सिंह विर्क की चुनिंदा कहानियाँ ”, “ तुम नहीं समझ सकते (जिंदर का कहानी संग्रह) और बलबीर माधोपुरी की आत्मकथा-“ छांग्या-रुक्ख ” प्रमुख हैं।
- इसके अलावा, लगभग एक दर्जन पुस्तकों का पंजाबी से हिन्दी में अनुवाद जिनमें “ काला दौर ”, “ कथा पंजाब-2 ” “ कुलवंत सिंह विर्क की चुनिंदा कहानियाँ ”, “ पंजाबी की चर्चित लघुकथाएं ”, “ छांग्या रुक्ख ” (दलित आत्मकथा) और “ रेत ” (उपन्यास-हरजीत अटवाल) प्रमुख हैं।
- अधिक वाक्य: 1 2
कुलवंत सिंह विर्क sentences in Hindi. What are the example sentences for कुलवंत सिंह विर्क? कुलवंत सिंह विर्क English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.